पड़ोसन की हॉट बेटी

कुछ देर में वो काफी उत्तेजित हो गयी. और चिल्लाने लगी फ़क मी.. फ़क मी. मैंने उसे तड़पने के लिए छोड़ दिया. और मैंने तुरंत 2 गिलास कोल्ड ड्रिंक निकाली और एक गोली वियाग्रा मैंने ली और एक गोली उसको दी. और कंडोम को सोफे पर रख दिया.

Chut ki Chudai Kahani > क्या तुम फ्री हो?

अब वो मेरा टी-शर्ट और जीन्स उतारने लगी. उसने मेरी बॉडी देख कर और उत्तेजित हो गयी. फ़क मी.. फ़क मी.. चिल्लाने लगी. मैंने उसके बूब्स दोनों हाथ से दबाये और उसकी नाभि को किस करने लगा.

उसकी बॉडी से बहुत अच्छी खुशबु आ रही थी. मैं धीरे धीरे करके उसके पेंटी पर पंहुचा. मैंने उसकी पेंटी उतारी तो देखा की उसने एक दम क्लीन शेव कर राखी थी. मैंने अपनी दो उंगलिया उसकी चूत में डाली तो चूत पहले से ही गीली थी.

मैंने थोडा और उँगलियों को अन्दर किया. उसे दर्द होने लगा. वो चिल्लाने लगी. अभी जल्दी बाहर निकालो. मैंने कहा जानम अब बाहर निकालने का नहीं अन्दर डालने का टाइम है.

अब तक हम दोनों पर वियाग्रा का असर होने लगा था. मेरा 7 इंच का लंड अंडरवियर फाड़ कर बाहर निकला जा रहा था. उसके भी बूब्स कड़े हो गए थे.

अब मैंने बिना देर किये एक स्ट्रॉबेरी कंडोम लंड पर लगाया और फिर स्वारली के कमर के नीचे एक पिलो रखा. मैंने अपने लंड स्वारली की चूत में डालना स्टार्ट किया.

जैसे ही 2 इंच लंड अन्दर गया वो चिल्लाने लगी. उसने कहा ‘अभी उसे बाहर निकालो’ मैंने तुरंत उसके होंठ को अपने होंठ से लिप लॉक किया और धीरे से धक्का मरने लगा.

वो चिल्लाना चाह रही थी लेकिन उसके लिप लॉक होने से वो केवल आन्हे भर रही थी. मैंने 3 मिनट बाद धक्का थोडा तेज़ किया. वो छटपटाने लगी. अब मेरा जोश और बढ़ रहा था.

Chut ki Chudai Kahani > भाभी की ब्ल्यू पेंटी

मैंने एक जोर का धक्का दिया और 5 इंच का लंड चूत को फाड़ कर अन्दर चला गया. उसकी आँखो में आंसू आ गए.. वो हाथ पैर इधर उधर करने लगी.

मैंने धीरे से अपना लंड बाहर निकला और देखा कंडोम पर हल्का खून लगा हुआ था. मैंने तुरंत एक रुमाल से उसकी चूत को साफ़ किया और चॉकलेट कंडोम लगा कर उसकी चूत में अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.

10 मिनट तक मोमेंटम बनने के बाद मैंने एक जोर का झटका दिया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया, वो आआआ… अह्ह्ह्हह… ओह्ह्ह्ह.. कर के चिल्लाई. मैं फिर रुका नहीं और 15 मिनट बाद मैं और वो झड गए.

वो पूरी नंगी मेरे ऊपर लेट गयी. ये कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे हैं. मैंने उसे जोर से पकड़ कर लिपट गया. फिर हम शावर लेने गए. हम दोनों ने बात टब में सेक्स किया. फिर एक एक कप कॉफ़ी पीकर हम सो गए.

अगले दिन वो चाय बना रही थी. मैंने पीछे से उसके पास जाकर लिपट गया. मेरा लंड उसकी गांड के छेड़ में लगा. वो उत्तेजित हो गयी और हमने किचन में ही सेक्स किया.

अगले दो दिन तक हमने 6 बार क्सक्सक्स किया. अब वो पढाई करने दिल्ली चली गयी है और अब हम मिल नहीं पाते है.