अमृत कुण्ड जैसी चूत का रस

मैं शाम को उसका छत पर इन्तजार कर रहा था, वो आज काफी देर से छत पर आई थी।

मैंने उससे कहा- तुमने मूवी चुन ली क्या?

तो उसने मुझे कुटिल मुस्कान के साथ हामी भर दी।

जब मैंने उससे पूछा- कौन सी मूवी चुनी है?

तो उसने हंसते हुए कहा- जो तुम दिखाना चाहते थे।

मेरा चेहरा भी शर्म के मारे लाल हो रहा था।

बस इतना कह कर वो भी नीचे भाग गई।

मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

हमने तय किया कि कल कॉलेज का बंक मारेंगे और…

Desi Chut > घोडी बनाकर चोदो मुझे

अगले दिन जैसे ही उसकी मम्मी रोजाना की तरह 9 बजे ऑफिस के लिए निकलीं, तो मैं भी उसके घर जा पहुँचा।

उसने मुझ से पानी पीने के लिए पूछा।

जब वो पानी लेने गई तो पीछे से मैंने कम्प्यूटर में वो एडल्ट मूवी लगा दी।

जब वो पानी का गिलास लेकर आई, तो मूवी देख कर झेंप गई।

मैंने हिम्मत करके कहा- काफी मनोरंजक मूवी है.. तुम्हें बहुत मजा आएगा।

उसने शरमा कर कहा- वो तो देखेंगे…

मूवी में काफी सेक्सी सीन चल रहे थे।

इधर मैं असहज हो रहा था और उधर वो भी सकपका सी रही थी।

Desi Chut > बेताबी चुदाई की

मैं धीरे से उसके पास खिसक आया और उसके हाथ पर अपना हाथ फिराने लगा।

उसकी मौन स्वीकृति देख कर मैंने अपना काम जारी रखा और उसके गाल चूमने की कोशिश करने लगा।

उसने मुझे हटाने की नाकाम कोशिश की, पर मैं उसके गाल और माथे को लगातार चूमता ही रहा।

धीरे-धीरे उसकी सांसे भी गर्म होने लगीं।

मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में दबा लिया। अब वो भी विरोध करने की बजाय मेरा सहयोग करने लगी।

धीरे से मैंने उसे अपने बाहुपाश में ले लिया और उसकी पीठ पर अपने हाथ फिराने लगा।

वो भी मुझे अपने बाजुओं में जकड़ने लगी।

धीरे से मैंने अपने हाथ उसकी पीठ से सहलाते हुए उसकी छाती तक ले आया जहाँ उसके दूध बहुत ही सख्त मालूम हो रहे थे।

मैं उन्हें प्यार से दबाने लगा।

Desi Chut > तुम्हारे बिना नहीं रह सकती

वो भी पागलों की तरह ‘आहें’ भरने लगी और मुझसे कहने लगी- मेरे प्यारे.. मेरी जान मुझे और ना तरसाओ… आज इस बंजर धरती को तर कर दो.. मुझे तृप्त कर दो… प्लीज जल्दी करो ना प्लीज… मैं और इन्तजार नहीं कर सकती…

मैंने ब्लू-फिल्में देखकर काफी कुछ सीख रखा था, मैंने धीरे से उसका टॉप निकाल दिया और उसके उरोज जो और भी ज्यादा फूल गए थे, हरे रंग की ब्रा में बहुत ही प्यारे लग रहे थे। मैंने उसके उरोजों का दबाना जारी रखा तथा एक हाथ उसकी कैप्री पर से उसकी चूत को सहलाने लगा।

अब वो बुरी तरह से तड़पने लगी।

मैंने धीरे से उसकी कैप्री भी निकाल दी, उसने काले रंग की पैन्टी पहन रखी थी जो उसकी सुन्दरता को और भी बढ़ा रही थी।

उसकी चूत कुछ गीली सी हो चुकी थी।

अब मैंने उसे पूर्णतया नंगा कर दिया, अपना लंड उसकी चूत से सटा दिया, चूत को स्पर्श करते ही लौड़ा लोहे जैसा कड़क हो गया।

आज मेरा लंड भी अपने विकराल रूप में था।

Desi Chut > क्या तुम फ्री हो?

मैंने उससे अपना लंड चूसने का आग्रह किया तो वो थोड़ा समझाने के बाद मान गई।

उसने मेरा लंड़ अपने मुँह में लिया और अपनी जीभ मेरे लंड के सुपारे पर फिराने लगी, जिससे मेरे शरीर में अलग ही सनसनाहट सी दौड़ने लगी।

इसके पश्चात मेरी बारी थी, मैंने उसकी नरम-नरम झांटों में हाथ फिराया और चूत की फांकों को खोल कर उस निरन्तर रिसते अमृत-कुण्ड से अमृत-पान करने लगा।

उसके बाद मैंने अपना कार्यक्रम शुरू किया।

मैंने उसके नीचे तकिया लगाकर लिटाया और अपने लंड पर थोड़ा तेल लगा कर धीरे से उसकी चूत में डाला, उसने दर्द के मारे अपने दांत भींच लिए।

थोड़ी देर बाद उसका दर्द कुछ कम हुआ और हम दोनों आनन्द के सागर में गोते लगाने लगे।

Desi Chut chatovod > मजा तो मुझे भी आ गया

मैं अपने हाथों से कभी उसके दूध सहलाता तो कभी उसके नितम्ब। वो भी चुदाई में पूर्ण सहयोग दे रही थी। कुछ देर धकापेल के बाद हम दोनों ही झड़ गए।

इसके बाद मैंने उसे अपने बाहुपाश में ले लिया। हमने उस दिन जी भर के प्यार किया।