मैंने उसके ब्रा का हुक खोल दिया।
wow… कितने बड़े गोरे बूब्स थे।
मैंने जरा भी देर न करते हुए उसके बूब्स को मुह में भर लिया।
वह तड़प उठी, वो दीवार पे अपने दोनों हाथ पटकने लगी।
‘आआह्ह्ह्ह्मऊअह्ह्ह आअह्आहह्ह्ह्ह’ करके मैं उसके बूब्स का रसपान करने लगा, पानी की छोटी छोटी बूंदें उसके बूब्स की चमक बढ़ा रही थी।
मैं हर उस बूँद को पी जाना चाहता था ‘आअह्ह्हमआहहह्ह्ह’
वो सिसकारी ले रही थी- स्स्सीईईईई आअह्ह्ह्ह स्स्स्स्सीईइह्ह्हीईई आअह्ह्ह्ह !
उसके बूब्स शावर की गिरती हुई बूंदों में मिठास भर रहे थे।
‘आअह्ह्हमुआहहह!’ मैं उसके बूब्स को निचोड़ रहा था, अपनी जीभ से चाट रहा था। टंग ट्विस्टर कर रहा था उसके निप्प्ल पे।
उसे खड़ा करके उसके नीचे बैठ गया और उसकी जांघों से गिरती बूंदों को पीते पीते उसकी टांगें सहलाने लगा।
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उसकी टांग से हर बूँद को पीते हुए मैं धीरे धीरे उसकी वेजाइना की ओर बढ़ने लगा।
‘आअह्ह्हमुआहाह्हहा आअह्ह्हमुअहहहा’ उसकी पेंटी को मैंने उतार दिया।
उसकी वेजाइना यानि फ़ुद्दी से मदहोश कर देने वाली खुशबू आ रही थी।
मैंने उसकी टाँगें फैला दी और उसकी वेजाइना से पानी की बूंदों को पीते हुए उसकी वेजाइना को चूसने लगा।
आअह्ह्ह्हाआ आअह्हह्हह !
मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत में डाल दिया और अपने जीभ और ऊँगली से उसकी वेजाइना चोदने लगा।
‘सूउदूप्प्प इयुडुप्प अआहहहहहहहः आअह्हह्हह!’
वो पागल सी हो गयी।
मैंने उसकी वेजाइना को फैलाया और अपने जीभ को उसकी वेजाइना के हर गहरे भाग में सहलाया।
वो सेक्स में डूब गयी और कभी दीवार पे तो कभी मेरे बालों में अपना हाथ फ़िरा रही थी।
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उससे जैसे खड़ा ही नहीं हुआ जा रहा था।
जितना मैं उसकी वेजाइना चाट रहा था, उतना वो पाँव को उठा मेरे ऊपर अपने वेजाइना को दबाये जा रही थी।
‘आअह्ह्ह आआअह्ह्ह !’ और चूसो और ‘आअह्ह्हाह्हहहा डिअर आअह्ह्ह्ह’ की सिसकारी के साथ उसने अपना सारा पानी छोड़ दिया।
उसने मुझे ऊपर उठाया और खूब चूमा और कहा- अब मेरी बारी !
और मुझे कमोड का ढक्कन बंद करके बैठा दिया।
उसने मेरा अंडरवियर उतारा और मेरे लौड़े को निकाल कर मुँह में ले लिया ‘सुड्डूउउप्प् सुड्डूप्प सूडुप्प !’ वह ऊपर नीचे करके मेरे पेनिस को चूसे जा रही थी।
‘सुदुउउप्प्प युउउप्प् ययुउप्प्प उउउप्प्प’ मेरे गीले लण्ड को उसने अपने होठों से चाट डाला’
‘आआह्ह्ह स्सूड्डूप्प!’ वो कभी अपने हाथों से हिलाती, ऊपर नीचे करती।
फिर उसने मेरे लवड़े को अपने बूब्स में दबा लिया और बूब्स से ऊपर नीचे करके पेनिस चूसने लगी।
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अब मेरे लिए बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था, मैंने उसे उठाया और कमोड पे बैठे हुए उसे अपने ऊपर ले लिया।
फिर धीरे धीरे उसने मेरे पेनिस को अपने वेजाइना में डाल दिया।
उसकी चुदाई अभी एक दो बार हुई थी, इसलिये उसकी बुर कसी हुई थी।
मैंने उसके गले को चूसना शुरु किया ताकि उसका दर्द कम हो जाये।
फिर उसके लबो को चूसते चूमते मैंने उसकी योनि में अपना लिंग डाल दिया।