मेरी प्यासी चूत

मैंने अपना पल्ला दिखाते हुए ये प्रूफ किया की मैंने उसकी चोरी पकड़ ली है.

वो भी समझ गया था की मैंने उसको मेरे बूब्स का क्लीवेज देखते हुए पकड़ लिया है. फिर ट्रेन की आवाज आई और मैंने देखा की मेरी ट्रेन आ रही है और कुछ ही देर में ट्रेन आकर स्टेशन पर खड़ी हो गयी.

मैंने उसकी तरफ देखा और उसने मेरी तरफ, उसको खुश करने के लिए मैंने एक स्माइल दी और वो बहुत खुश हो गया. मैं अपना लगेज ले कर खड़ी हुई और सोचा की चलो अब इस आशिक से पीछा छूटेगा की तभी मैंने देखा की वो भी लगेज लेकर ट्रेन को बोर्ड करने के लिए खड़ा हो गया.

मैंने सोचा.. अरे शीट, वो ये ट्रेन ही बोर्ड करेगा ये तो मैंने सोचा ही नहीं था. हम सैम बोगी में अलग अलग दरवाजे से चढ़ने लगे.

मैं अपनी सीट पर गयी और ये देख कर खुश हुई की कम से कम उसकी बर्थ मेरे बर्थ के आस पास नहीं है. मैंने अपना लगेज सेट किया और वाशरूम जाने लगी.

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वाशरूम के पास लास्ट सीट पर पहुंची की देखा वो वाशरूम से आ रहा था. मैं सीट के साइड में खड़ी हो गयी जहाँ ऊपर बर्थ के लिए रेलिंग लगी रहती है और उसको साइड देने लगी. वो आया और मेरी तरफ फेस करता हुआ आगे जाने लगा.

आगे जाते समय उसकी चेस्ट मेरे बूब्स से पूरी तरह रगड़ गयी. उसने जाते हुए मुझे स्माइल दी पर मैं शॉक हो गयी उसकी चालाकी देख कर, की कितनी चालाकी से उसने सबके सामने मेरे बूब्स से अपनी चेस्ट रगड़वा दी और मैं कुछ नहीं कर पायी.

फिर मैं वाशरूम में आई और सोचने लगी उस इंसिडेंट के बारे में, मुझे उसकी डेरिंग ने सिर्फ मुझे इम्प्रेस ही नहीं किया बल्कि मेरे सोये हुए अरमानों को जगा दिया.

गर्मी से जो मेरे बूब्स के बीच में पसीना आया था वो मुझे बहुत इरिटेट कर रहा था, इसलिए मैंने अपने ब्लाउज के हुक खोल करके अपनी ब्रा के अपने दोनों गुलामो को आजाद करवाया.

ट्रेन की स्पीड के कारण हवा और तेज़ लग रही थी और जल्द ही मेरे बूब्स फिर ड्राई हो गए. मैंने देखा की मेरे बूब्स टकराने के बारे में सोच कर मेरे निप्पल एकदम टाइट हो गए है और उन्हें देख कर मैं और पागल होने लगी.

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मैंने अपने दोनों हाथों के अंगूठो और एक उंगली से दोनों निप्पल को दबाने लगी और खुद ही मजे लेने लगी, फिर कुछ देर बाद मैंने अपने कपडे ठीक किये और बाहर निकल गयी.

जैसे ही मैं वहां पहुची जहा मेरे बूब्स उसकी चेस्ट से रगड़े थे तो मैंने देखा की वो लड़का जस्ट उसकी सामने बर्थ के पास खड़ा था.

मैं समझ गयी की इस बार वो अपना सीना मेरे बूब्स से लगवाना चाहता है और इसलिए मैं इस बार अपने बूब्स सामने साइड करके क्रॉस करने लगी.

जैसे ही मैं क्रॉस कर रही थी जब ही मैंने अपने पहले हिप्स पर नीचे कुछ महसूस किया. मैं शॉक हो गयी और 1 सेकंड के लिए वही रुक गयी.

उसने पीछे से अपना दबाव और बढाया और मुझे उसका वो मेरे हिप्स लाइन पर महसूस होने लगा. मैं इगनोर करते हुए वहां से क्रॉस किया और बिना पीछे देखे मैं अपनी सीट पर जाकर लेट गयी.

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अब मेरे अरमानो में आग लग गयी थी और मुझे नंगी होने का मन होने लगा. मेरी साँसे सोच सोच कर तेज़ होने लगी और दिल तेज़ तेज़ धड़कने लगा.

मैं खुद के हिप्स काटने लगी और अपनी ही जीभ से अपने होठों को भिगाने लगी.