तुम्हारे बिना नहीं रह सकती

मैं अपने ही बलबूते पर कुछ करना चाहता था ना जाने मेरे अंदर इतना स्वाभिमान कहां से भर गया था शायद यह इसी वजह से हुआ कि मैं बचपन से ही अकेला रहता था और कभी भी मेरे मां-बाप का मुझे वह प्यार नहीं मिल पाया जो मैं चाहता था इसीलिए मेरे अंदर इतनी हिम्मत आ गई कि मैं अपने फैसले खुद ही लेने लगा। मैं कांता आंटी से मिलने के लिए हमेशा ही जाया करता था और उसी दौरान मेरी मुलाकात मेरे ऑफिस में काम करने वाली लड़की कंचन से हुई कंचन को हमारे ऑफिस में आए हुए कुछ ही समय हुआ था।

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एक दिन कंचन ने मुझे कांता आंटी के घर पर जाता हुआ देखा उसे लगा कि मेरी स्थिति बहुत ही खराब है और मैं आर्थिक रूप से बहुत कमजोर हूं लेकिन उसे नहीं मालूम था कि मेरे पिताजी बड़े बिजनेसमैन है और मेरी मम्मी स्कूल में टीचर है। उसके मन में शायद मेरे लिए दया का भाव पैदा हो गया था और मैंने भी कंचन को कभी इस बात का आभास नहीं होने दिया कि मैं एक अच्छे घराने से हूं।

उसका मेरे ऊपर जो दया का भाव था वह बढ़ता ही जा रहा था और वह जब भी मुझसे बात करती तो हमेशा उसके चेहरे पर मेरे लिए एक दया का भाव होता। मैं एक दिन कांता आंटी के पास जा रहा था कंचन को लगा की कांता आंटी मेरी मम्मी है उन्होंने भी कंचन से कुछ नहीं कहा मैं तो सिर्फ कंचन के बारे में जानने की कोशिश कर रहा था मुझे पता चला कि कंचन दिल की बहुत अच्छी है और उसकी इसी आदत से मैं उसे पसंद करने लगा।

अब अक्सर वह कांत आंटी से मिलने के लिए मेरे साथ आया करती थी लेकिन मैंने उसे कभी बताया ही नहीं कि वह बचपन में मेरी देखभाल किया करती थी। कंचन को भी इस बात का पता नहीं चला और ना ही मैंने कभी उसे इस बारे में मालूम चलने दिया लेकिन एक दिन मेरे पापा मुझे ऑफिस में लेने के लिए आए तो उसने देखा की मैं किसी के साथ जा रहा हूं लेकिन उस वक्त मैं ऑफिस से घर जा चुका था।

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अगले दिन कंचन ने मुझसे पूछा कि कल जो व्यक्ति तुम्हें लेने के लिए आए थे आखिरकार वह कौन थे मैंने उसे कुछ नहीं बताया लेकिन उसने मुझसे जब जिद करते हुए पूछा तो मैंने उसे बताया वह मेरे पापा हैं। उसे जब मेरी असलियत का मालूम पड़ा तो वह पूरी तरीके से चौक गयी और कहने लगी तुम तो एक अच्छे घराने से हो उसके बावजूद भी तुम काम कर रहे हो मैंने कंचन को जब अपने बारे में सारी बात बताई तो कंचन कहने लगी तुम बहुत ही अच्छे और नेक दिल इंसान हो।

उसने मेरी बहुत तारीफ की मैंने उसे कहा तुम मेरी इतनी तारीफ मत करो मैं अपने बलबूते कुछ करना चाहता हूं कंचन को शायद यही आदत मेरी पसंद थी इसलिए वह मुझसे बहुत ज्यादा प्रभावित हो चुकी थी और वह भी मुझे अपना दिल दे बैठी थी। कंचन और मेरी बहुत अच्छी दोस्ती हो चुकी थी वह मुझस प्यार भी करने लगी थी इसीलिए हम दोनों एक दूसरे के प्यार मे पागल होने लगे थे मैं जब भी कंचन से मिलता तो मुझे बहुत अच्छा लगता।

एक दिन कंचन ने मुझे कहा मुझे तुम्हारे साथ समय बिताना है मैंने कंचन से कहा ठीक है। मैं कंचन को अपने घर पर ले आया मैं जब कंचन को अपने घर पर लाया तो कंचन कहने लगी तुम्हारा घर तो काफी बड़ा है। उसने उस दिन टाइट जींस और टी-शर्ट पहनी हुई थी वह मेरे बगल में बैठे हुए थी मैं बार-बार उसके स्तनों को देख रहा था। कंचन भी मेरी तरफ देखने लगी मैं अपने आपको ना रोक सका मैंने कंचन की जांघ को सहलाना शुरू किया और उसे भी मजा आने लगा मैंने जैसे ही कंचन के स्तनों को दबाना शुरू किया तो वह मचलने लगी।

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वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है मैं उसके स्तनों को जोर से दबाने लगा। मैंने जब उसके होठों को अपने हांठो मे लेकर चूमना शुरू किया तो मुझे बहुत मजा आया और उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने कंचन के बदन से सारे कपड़े उतार दिए उसने पिंक कलर की पैंटी और ब्रा पहनी हुई थी मेरी उत्तेजना और ज्यादा बढ़ गई।

मैंने जब उसके गोरे स्तनों को देखा तो मुझे बहुत मजा आया जैसे ही मैंने अपने लंड को कंचन की योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया उसकी योनि से खून निकलने लगा। वह मादक आवाज मे सिसकिया लेने लगी मेरा जोश भी बढ़ता जा रहा था और उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था। हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी देर तक संभोग के मजे लेते रहे मैंने जब उसे घोड़ी बना कर चोदना शुरू किया तो उसे बहुत मजा आने लगा वह जब मुझसे अपनी चूतडो को मिलाती तो मेरे अंदर का जोश और भी ज्यादा बढ़ जाता।

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मैं उसे तेजी से धक्के देता उसका पूरा शरीर हिल जाता कुछ ही क्षणों बाद मेरा वीर्य पतन कंचन की योनि में हो गया। कंचन मुझे कहने लगी कहीं मैं प्रेग्नेंट तो नहीं हो जाऊंगी मैंने उसे कहा क्या तुमने मुझे ऐसा वैसा समझा है यदि तुम प्रेगनेंट हो गई तो मैं तुमसे शादी कर लूंगा और तुम्हें अपना बना लूंगा। कंचन मुझसे गले लग गई और कहने लगी रोहित आई लव यू तुम्हारी अच्छाइयो से मैं बहुत ज्यादा प्रभावित हूं और तुम्हें मैंने अपना दिल दे दिया था।

मैं तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करती हूं मैंने कंचन से कहा मुझे मालूम है मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूं तुम्हारे बिना मैं रह नहीं सकता।

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